Wednesday, March 17, 2010

mahamaya

भोले बाबा बतलाइए क्या होती है माया
सुनकर मेरा सवाल डमरू वाला मुस्काया
माया महा ठगनी सुन लो भक्त हमारे
सपा भाजपा कांग्रेस सब माया के मारे
विकास के द्वार पर पड़ा रहेगा ताला
बहन जी को चाहिए नोटों वाली माला।
बाबाजी अब कह रहे
लड़ेंगे अगला चुनाव
बदलेंगे इस देश में
राजनीती का भाव
स्वाभिमान के नाम से
चेले चुनाव लड़ेंगे
बाबा कुटिया में बैठकर
प्राणायाम करेंगे
नेताओं की जलने लगी
देखो यारो छाती
संसद में अब होएगी
रोज कपाल भाती